सरदार हुकुम सिंह
● सरदार हुकुम सिंह का जन्म 30 अगस्त, 1895 को मोंटगोमरी (पाकिस्तान) में हुआ था।● गवर्नमेंट हाईस्कूल, मोंटगोमरी में अपनी मैट्रिक की शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात् हुकुम सिंह ने 1917 में खालसा कॉलेज, अमृतसर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।
● उन्होंने लॉ कॉलेज, लाहौर में क़ानून की पढ़ाई की तथा वर्ष 1921 में उत्तीर्ण होने के पश्चात् अपने गृह नगर मोंटगोमरी में वकालत आरंभ की।
● हुकुम सिंह राजस्थान के तीसरे राज्यपाल के रूप में 16 अप्रैल, 1967 से 30 जून, 1972 तक पद पर आसीन रहे।
● हुकुम सिंह अकाली दल के सदस्य तथा तीन वर्षों तक शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष भी रहे।
● हुकुम सिंह दिसम्बर, 1947 से नवम्बर, 1948 तक कपूरथला में राज्य उच्च न्यायालय के उत्तरवर्ती न्यायाधीश भी रहे तथा संविधान सभा, अंतरिम संसद, प्रथम एवं द्वितीय लोकसभा के सदस्य भी थे।
● हुकुम सिंह वर्ष 1965 में सोवियत संघ और यूगोस्लाविया गए तथा संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य रहे।
● इन्होंने वर्ष 1959 में कैनबरा और वर्ष 1961 में लंदन में हुए राष्ट्रमण्डल संसदीय सम्मेलन में भाग लिया तथा नेता विनिमय कार्यक्रम के तहत इन्हें यू.एस.ए. (अमेरिका) आमंत्रित किया गया।
● इन्होंने वर्ष 1962 में सोवियत संघ एवं वर्ष 1963 में यू.एस.ए. में संसदीय प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व किया।
● हुकुम सिंह 2 वर्ष राष्ट्रमण्डल संसदीय सम्मेलन की संचालन परिषद् के चयनित सदस्य भी रहे।
● सरदार हुकुम सिंह द्वितीय लोकसभा में उपाध्यक्ष तथा तृतीय लोकसभा में अध्यक्ष के पद पर आसीन रहे।
● सरदार हुकुम सिंह ने 'सिक्ख केस', 'दि प्रॉब्लम ऑफ़ सिक्ख‘स', 'रशिया एज आइ सॉ इट' और 'रशिया टुडे' नामक पुस्तकें भी लिखी।
● 27 मई, 1983 को 88 वर्ष की आयु में इनका देहांत हो गया।